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जेल का कैदी आया जी...पापों की टोकरी लाया जी !!!


गरियाबंद : मामला जिले के छुरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम फुलझर निवासी तथाकथित पत्रकार परमेश्वर साहू का है. जो की सावधान छत्तीसगढ़ नामक एक वेब पोर्टल का खुद को प्रधान संपादक बताता है. जी सही समझा आप सबनेये वही परमेश्वर साहू है जिसे दिन में मुर्गा पकड़ ब्लैकमेलिंग करना और रात में मुर्गी पकड़ शोषण करने में महारत हासिल है. ये वाही है जिसका कई प्रकरण जिले एवं अन्य जिले के थानों में शिकायत के तौर पर मिल सकता है. जिसने ब्लैकमेलिंग के चक्कर में जेल की हवा भी खायी है, इसी परमेश्वर साहू के विरुद्ध खुद उसके परिवार के लोगों ने कानून और न्याय का दरवाजा तक खटखटाया था. अपराधिक प्रकरणों में सजा काटकर भी समाज को अपने पाप से नहलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. पत्रकारों को अँधेरे में रख कर अपनी उगाही की मंशा को पूरा करने किसी मामले में ले जाना और अपने विवादित आचरणों के कारण साथ गए पत्रकार की छवि धूमिल करवाने और अपने पाप में शामिल बता कर समाज का दुश्मन बना देता है ये अमानव, जिस कारण उसके साथ किसी भी प्रकार का सम्बन्ध हानिकारक है. अलग-अलग समाज की बहू-बेटियों पर गन्दी नज़र रखने वाला ये कोढ़ देश के चौथे स्तम्भ पत्रकारिता के आढ़ में उगाही और महिलाओं को झांसा देने का काम करता है जिसकी कई शिकायतें और अपराध भी दर्ज हैं बावजूद ऐसे असामाजिक तत्व के विरुद्ध प्रशासन यहाँ नतमस्तक लगता है और कोई भी नकेल नहीं कस पा रहा हैशायद इस आपराधिक प्रवृत्ति के दरिन्दे को संरक्षण प्राप्त हो किसी ओहदेदार का ? या फिर सामाजिक बुद्धिजीवियों को सोंचना चाहिए रास्ता इसके कुछ उन्तेजाम का ?

 पीड़ित महिला ने दर्ज कराई एफ.आई.आर.

पिछले महीने की 9 तारीख को फिंगेश्वर थाना में दर्ज एफ़.आई.आर. के अनुसार परमेश्वर साहू जो की अपने प्रवृत्ति के अनुसार एक महिला को पहले इस्तेमाल कर शोषण करता है. फिर जब महिला उसके चंगुल से बमुश्किल छुटकर उससे अलग अपनी छवि को साफ़ करना चाहती है तोये दरिंदा अपने ही सहकर्मी महिला को अनैतिक और इंसानियत को शर्मसार करने वाले वाक्यों से उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है. महिला जो की पूर्व से ही उसके शोषण और धमकियों से त्रस्त थीफिर से थाना और न्याय की ओर गयी. थाना फिंगेश्वर में जहाँ पूरी शोषण के वारदात जानने के बाद भी थाना क्षेत्र का मामला नहीं होना बता करमहज़ गाली गलौज जैसे हलके प्रतिबंधात्मक धारा के तहत एफ़.आई.आर. दर्ज किया गया. जिसे आपने ऊपर देखा है. इस एफ़.आई.आर. के बाद महिला उत्पीडन का आरोपी जमानत पर मुक्ति पा कर अब खुलेआम धमकी दे-दे कर उक्त महिला के साथ-साथ एफ़.आई.आर. में दर्ज जुर्म के गवाह का भी जीना दूभर कर रखा है. चूँकि महिला एक सम्मानित परिवार से और प्रतिष्ठित समाज से हैइसलिए महिला के सम्मान को संज्ञान में रखते हुए नाम हम नहीं स्पष्ट कर रहे. लेकिन जिले के संभवतः हर गांव-गांव में इसके शिकार शायद इसकी बर्बादी की ज़रूर दुआ कर रहे होंगे. इन्तेजार समय का है. इस असमाजिक तत्व से जुड़ी और भी कई सच्चाईयों को अगर आप चाहते हैं सामने लाना तो इसके करतूतों की वीडियो बनाईये और हमें व्हाट्सएप करें 9340424399 पर आपकी आवाज को हम पहुंचायेंगे सब तक. अगले खबर में आपको सुनाएंगे एक बाप का दर्द और एक पत्नी के आँसू.

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