गरियाबंद : मामला जिले के छुरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम फुलझर निवासी तथाकथित पत्रकार
परमेश्वर साहू का है. जो की सावधान छत्तीसगढ़ नामक एक वेब पोर्टल का खुद को प्रधान
संपादक बताता है. जी सही समझा आप सबने, ये वही परमेश्वर
साहू है जिसे दिन में मुर्गा पकड़ ब्लैकमेलिंग करना और रात में मुर्गी पकड़ शोषण करने में महारत हासिल है. ये वाही है जिसका कई प्रकरण जिले एवं अन्य जिले के
थानों में शिकायत के तौर पर मिल सकता है. जिसने ब्लैकमेलिंग के चक्कर में जेल की
हवा भी खायी है, इसी परमेश्वर साहू के विरुद्ध खुद उसके परिवार के लोगों ने कानून
और न्याय का दरवाजा तक खटखटाया था. अपराधिक प्रकरणों में सजा काटकर भी समाज को अपने पाप से नहलाने में कोई
कसर नहीं छोड़ रहा है. पत्रकारों को अँधेरे में रख कर अपनी उगाही की मंशा को पूरा
करने किसी मामले में ले जाना और अपने विवादित आचरणों के कारण साथ
गए पत्रकार की छवि धूमिल करवाने और अपने पाप में शामिल बता कर समाज का दुश्मन बना
देता है ये अमानव, जिस कारण उसके साथ किसी भी प्रकार का सम्बन्ध हानिकारक है. अलग-अलग समाज की बहू-बेटियों पर
गन्दी नज़र रखने वाला ये कोढ़ देश के चौथे स्तम्भ पत्रकारिता के आढ़ में उगाही और महिलाओं
को झांसा देने का काम करता है जिसकी कई शिकायतें और अपराध भी दर्ज हैं बावजूद ऐसे असामाजिक तत्व के विरुद्ध प्रशासन
यहाँ नतमस्तक लगता है और कोई भी नकेल नहीं कस पा रहा है, शायद इस आपराधिक प्रवृत्ति के दरिन्दे को संरक्षण प्राप्त हो किसी ओहदेदार
का ? या फिर सामाजिक बुद्धिजीवियों को सोंचना चाहिए रास्ता
इसके कुछ उन्तेजाम का ?
पीड़ित महिला ने दर्ज कराई एफ.आई.आर.
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