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आवारा मवेशियों को व्यवस्थित करने, जिला प्रशासन की कार्यवाही लगातार जारी...

घुमंतु पशुओं को भेजा जा रहा गौठान-कांजीहाउस...
गरियाबंद : जिले के सड़कों पर आवारा पशुओं के विचरण से होने वाली दुर्घटनाओं के  रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सड़कों, सार्वजनिक स्थानों, उद्यानों में पशुओं के विचरण करते पाए जाने पर संबंधित पशुपालकों से जुर्माने कि वसूली की जा रही है। साथ ही पशुओं को निकटतम कांजी हाउस, गौठान में भेजा जा रहा है।

संबंधित पशुपालकों पर जुर्माने की भी की जा रही कार्यवाही...अब तक 19 हजार 300 रूपये लगा चुके जुर्माना...
कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देश पर पशुधन विकास विभाग, नगरीय निकाय, जनपद एवं ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा आवारा पशुओं को पकड़ने एवं पशुपालकों के उपर चालानी कार्रवाई की जा रही है। अभी तक जिले में 15074 पशुओं पर कार्यवाही की गई।

पशुओं के गले में लगाया जा रहा रेडियम बेल्ट...
आवारा पशुओं को पकड़कर रेडियम टैंगिंग की जा रही है। साथ ही उन्हें सुरक्षित गौठान या कांजीहाउस में भेजा जा रहा है। जहां पर पशुओं के चारे-पानी  की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सड़क किनारे के गांवों में रोका-छेका अभियान के तहत पशुओं को खुले में नहीं छोड़ने के संबंध में मुनादी कराकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग में विभागीय अमला के संयुक्त टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है और पशुपालकों से जुर्माना वसूल की जा रही है। अब तक जिले में 19 हजार 300 रूपये से अधिक राशि की वसूली भी की जा चुकी है। इनमें नगरीय निकाय क्षेत्र नगर पालिका गरियाबंद में 10500 रूपये, नगर पंचायत राजिम में 4000, फिंगेश्वर में 1500 और नगर पंचायत छुरा में 3300 रूपये शामिल है।
पशुओं में रेडियम बेल्ट लगाने से राहगीरों को उसे देखने में सुविधा हो रही है, जो रात में रोशनी पड़ने पर चकमता है। इससे वाहन चालकों को सुरक्षित रहने में सहुलियत होती है। साथ ही सतर्क रहकर दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकता है। रेडियम बेल्ट के साथ-साथ आवारा पशुओं की टैगिंग भी की जा रही है। विभागीय अमला द्वारा सड़क को आवारा पशुओं और मवेशियों से निजात दिलाने और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने का कार्य लगातार कर रहा है।

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