विधानसभा राजिम : भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है जो महज एक झूठ का पुलिंदा है। आम आदमी पार्टी के राजिम विधानसभा प्रत्याशी एवं किसान नेता तेजराम साहू विद्रोही ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा द्वारा चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया है जिस पर विश्वास नहीं किया जा सकता है और विश्वास नहीं करने का बहुत से कारण है। उन्होंने कहा कि 15 साल भाजपा की शासन छत्तीसगढ़ में रही जहां किसान अपनी अनावरी के हिसाब से 22 से 24 क्विंटल तक धान प्रति एकड़ बेचते थे लेकिन 2015 में नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद धान खरीदी की मात्रा में 7 क्विंटल 20 किलो प्रति एकड़ की कटौती कर दी गई। 270 रुपये और 300 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने का वायदा भी अधूरा रहा और तो और वायदा निभाने की मांग करने वाले किसान संगठन के मुखियाओं को तीन दिन तक रायपुर केंद्रीय जेल में बंद कर रखे थे। एक एक दाना धान खरीदी के नाम पर किसानों को छला है। 2014 के लोक सभा चुनाव में भाजपा ने वायदा किया था कि स्वामीनाथन आयोग के शिफारिशों के आधार पर फसल का डेढ़ गुणा न्यूनतम समर्थन मूल्य देंगे। दिल्ली किसान आंदोलन के समय मोदी जी ने वायदा किया था कि न्यूनतम समर्थन की कानूनी गारंटी लागू करेंगे लेकिन आज तक लागू नहीं हो पाया। अब तक भाजपा कहती रही है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य केंद्र सरकार तय करती है और उससे ज्यादा मूल्य कोई भी राज्य सरकार देने का अधिकारी नहीं है वह आज किस मुंह से 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने की बात करती है। मंहगाई कम करने, बेरोजगारों को रोजगार देने, भ्रष्टाचार को कम करने, पेट्रोल डीजल की दाम कम करने, 15 साल में अंशकालिक, अस्थायी, संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने में विफल भाजपा छत्तीसगढ़ राज्य की जनता के सामने झूठ परोस रही है घोषणा पत्र के नाम पर जुमले बांट रही है।
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