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जिले में शिक्षा गुणवत्ता सुधार हेतु “बढ़ते कदम योजना“ के अंतर्गत तिमाही परीक्षा आयोजित...

राष्ट्रीय स्तर पर “परख“ परीक्षा की तैयारी...

महासमुंद/छत्तीसगढ़ : जिले में शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर बनाने और बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम हासिल करने के उद्देश्य से महासमुंद जिले में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में “बढ़ते कदम योजना“ का संचालन किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी एम.आर.सावंत ने बताया कि इस योजना के तहत कक्षा पहली से बारहवीं तक की एकीकृत तिमाही परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, जो 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक जिले के सभी सरकारी स्कूलों में संचालित है। प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और हाई हायर सेकंडरी स्कूलों में यह परीक्षा अलग-अलग पालियों में हो रही है।
तिमाही परीक्षा के प्रश्न पत्रों का निर्माण जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा कमल नारायण चंद्राकर के नेतृत्व में विज्ञान परिषद के सहयोग से गठित समिति द्वारा किया गया है। प्रश्नपत्रों को  बोर्ड परीक्षा के ब्लू प्रिंट के आधार पर बनाया गया है, जिसमें जिले के सभी ब्लॉकों से विषय विशेषज्ञों को शामिल किया गया। प्रश्न पत्रों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए पासवर्ड एन्क्रिप्टेड प्रश्न पत्र प्रधान पाठकों और प्राचार्यों को उपलब्ध कराए गए हैं।
जिले के सभी स्कूलों में पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक साथ परीक्षा का आयोजन पहली बार हो रहा है, जिसे ऐतिहासिक माना जा रहा है। इस परीक्षा के परिणाम दशहरा अवकाश के बाद घोषित किए जाएंगे, जिसके बाद पालक-शिक्षक बैठकों में छात्रों के प्रदर्शन पर चर्चा की जाएगी। बढ़ते कदम योजना के तहत न केवल परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, बल्कि छात्रों की नियमित उपस्थिति पर भी ध्यान दिया जा रहा है। यदि कोई छात्र दो दिन से अधिक अनुपस्थित रहता है, तो प्राचार्य पालकों से संपर्क कर अनुपस्थिति के कारणों की जांच करते हैं। इस पहल से तिमाही परीक्षा में बोर्ड कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति में सुधार देखा गया है।
कक्षा तीसरी, छठवीं और नौंवी के छात्रों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली “परख“ परीक्षा की तैयारी के तहत जिले में विशेष अभ्यास परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। कक्षा तीसरी के छात्रों के लिए 5 सितंबर को “परख“ परीक्षा के पैटर्न पर आधारित अभ्यास परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें छात्रों को ओएमआर शीट भरने और संभावित प्रश्नों के समाधान का अभ्यास कराया गया। छठवीं और नवमी कक्षाओं के लिए इस प्रकार की अभ्यास परीक्षाएं दशहरा अवकाश के बाद आयोजित की जाएगी, जिससे छात्रों को “परख“ परीक्षा की तैयारी में मदद मिल सके।

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