राजीव गांधी किसान न्याय योजना...
महासमुंद : फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करने कृषि आदान सहायता हेतु राजीव गांधी किसान न्याय योजना में महासमुन्द निवासी किसान संजय चन्द्राकर अब अपने खेत में धान के बदले पपीता, अदरक एवं हल्दी लगाने की तैयारी की है। इसके लिए उन्होंने खेत में नर्सरी भी बना लीया है। अब वे पूरे जोर-शोर से पौधा रोपण की तैयारी में लगे हैं। कृषक संजय बताते हैं कि पचेड़ा में 6 एकड़ कृषि भूमि है। पिछले साल उन्होंने खेत में धान की फसल ली थी। लेकिन अब वे धान के बदले पपीता, अदरक एवं हल्दी की खेती करने की उन्होंने माह जून में ही पूरी तैयारी कर ली थी। उन्होंने कहा कि इसमें मेहनत कम और आय ज्यादा है। इस कारण इस काम को अपनाया है।
उन्हें शासन की नयी योजना के बारे में पूरी जानकारी है। वे धान के बदले कोदो-कुटकी करना, मक्का, सोयाबीन, दलहन-तिलहन के आलावा केला, पपीता आदि कोई किसान लगाता है, तो उन्हें प्रति एकड़ 10 हजार रूपए की आदान सहायता राशि तीन वर्षों तक दी जाएगी। कृषक संजय ने कहा कि इसके लिए उन्हें उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से सतत् मार्गदर्शन प्राप्त होते रहता है। पूर्व में वे धान की पैदावार करते थेे तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त नहीं हो पाता था। उद्यानिकी फसल लेने के उपरांत उन्हें अधिक मुनाफा होता है। उन्होंने अपने खेत में सिंचाई के लिए ट्यूबवेल सहित स्प्रिंकलर पाईप भी लगाये हैं, जिससे पानी का सही सदुपयोग होता है।
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