संपादकीय
स्वक्ष नगर का पहचान बना सूअर पालन!!!...
सावधान...अगर आप फिंगेश्वर की ओर आ रहे हैं तो आप सावधान रहिए, सतर्क रहिए क्योंकि आपके साथ कभी भी एक अप्रीय घटना घट सकती है। अगर आप खासकर फिंगेश्वर में रहते हैं या आसपास गांव में रहते हैं तो अपने घर में भी सतर्क रहें, क्योंकि यह जानवर आपके घर में घुसकर या आपके बाड़ी में घुसकर नुकसान पहुँचा सकता है। आपके बच्चों को एक बड़ी गंभीर बीमारी के साथ गंभीर चोट भी दे सकता है। जी हां हम बात कर रहे हैं सूअरों का वैसे तो इन्हें पालतू सूअर कहते हैं, एक जंगली सूअर होता है जो जंगल में रहता है, जंगल से बाहर नहीं निकलता। लेकिन यह पालतू सूअर किसी जंगली सूअर से कम भी नहीं हो सकता।
गरियाबंद ज़िले का नगर पंचायत फिंगेश्वर इन दिनों खुले में सूअर पालन का प्रमुख केंद्र बन गया है। शहर में यत्र-तत्र-सर्वत्र स्वच्छंद विचरण करने वाले सूअरों के झुंड और उनकी अवांछित गतिविधियों से नगर में हर वर्ग के लोग बेहद परेशान हैं।
बीते कुछ अर्से से एक समुदाय विशेष द्वारा खुले में सूअर पालन और मांस विक्रय के कारोबार को बढ़ावा मिला है तो बाहर से आए लोगों ने भी सूअर पालन का व्यवसाय अपना लिया है।
चूंकि सूअर पालकों के पास अपने पालतू जानवरों को एकत्रित रखने कोई नियत स्थान न होने से सूअरों को खुला छोड़ दिया जाता है। उन्हें अपने पालतू जानवरों के लिए भोजन-पानी और दवा आदि का इंतजाम भी नहीं करना पड़ता, इसलिये इसे लाभ का व्यवसाय समझा जाता है। खास बात यह है कि, सूअर पालन के लिये ना किसी प्रकार की अनुमति लेनी पड़ती है और ना ही किसी प्रकार का टैक्स देना होता है।
नगर में सर्वाधिक अप्रिय वातावरण की स्थिति तब निर्मित होती है जब गंदगी से लिपटा हुआ सुअर धार्मिक स्थलों पर आ धमकता है और गंदगी का विस्तार करता है।
एक तथ्य यह भी है कि, नगर की सड़कों में सूअरों की धमाचौकड़ी के चलते अनेकों घटनायें और दुर्घटनायें घटित हो चुकी हैं, जिसमें पैदल चलने वाले तथा साइकिल मोटरसायकल सवार अनेक लोग गंभीर रूप से चोटिल हो चुके हैं।
नगर में पल रहे सूअर जहाँ नगर की सड़कों व गलियों में बेधड़क आवागमन करता है तथा नगर से सटे खेतों और सब्जी-भाजी की बाड़ीयों में भी घुसकर जमकर उत्पात मचाता है और फसलों को नुकसान पहुंचाता है।
इससे पहले भी सूअर मुक्त-स्वच्छ नगर की मांग पर कई बार नगर के आला अधिकारियों और प्रतिष्ठित जन प्रतिनीधियों के समक्ष मांग रखी जा चुकी है जिसका परिणाम शून्य ही निकला।
अब जाकर सी.एम.ओ. का बयान आया है कि, "पूर्व में दिए गए नोटिस के बाद उन्हें सचेत किया गया था, अपने मवेशियों को सीमा में ही रखने को कहा गया था। अब भी ऐसा पाये जाने पर कार्यवाही की जायेगी। "
साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष जगदीश यदु ने इस समस्या पर अपनी जो प्रतिक्रिया दी इसे देखने और सुनने के लिए 👇 दिया वीडियो पर क्लिक करें।
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