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वक्फ़ बोर्ड में लगाई गई पुलिस फ़ोर्स...


राज्य वक्फ़ बोर्ड के तुगलकी फ़रमान का विरोध...
रायपुर : त्यौहारों का सीजन चालू हो चुका है। मार्किट में भीड़ उमड़ पड़ी है।
कोरोना गाइड लाइन क पालन करते हुए सभी त्यौहार मनाने की अनुमति मिल रही है, लेकिन आगामी 19 अक्टूबर मुस्लिमों के सबसे बड़े त्यौहार ईदों की ईद कहे -   ईद ए मिलादुन्नबी के मौके पर वक्फ़ बोर्ड के द्वारा एक आदेश जारी कर रैली की अनुमति नहीं दिए जाने से प्रदेश के मुस्लिम समाज नाराज हो गये हैं।

जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ वक्फ़ बोर्ड के सचिव साजिद मेमन ने कल एक आदेश जारी किया था जिसमे प्रदेश भर के जिलों के कलेक्टर को आदेश दिया गया है की आगामी ईद मिलादन्नबी में रैली नहीं निकालने की बात कही गई है।

सूत्रों के मताबिक
CEO ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर गलत नोटिस निकाल कर आस्था पर चोट पहुचाने की कोशिश की है!

आज राजधानी रायपुर के बड़े तंजीमों का एक डेलिगेशन सचिव से मिलने पहुचा जिसमे मुस्लिम समाज के प्रमुख नोमान अकरम हामिद साहब , मुतवल्ली आरिफ़ रज़ा सहित गणमान्य नागरिक मजूद रहे।

इसके कुछ देर बाद इसी नोटिस के चलते भिलाई से कुछ युवक वक्फ़ के ऑफिस आकर इस बारे में जानकारी मांगा। 
इसी बात से सायद ceo जनाब खफा हो गए
जबके जवाब में इन्होने गोलमोल बातें कही और बताया की ऊपर से आदेश है।
जब आदेश की कॉपी मांगी गई तो इन्होंने देने से इनकार कर दिया।

ज्ञात हो की
पिछले डेढ़ सालों से भी ज्यादे समय से वक्फ़ बोर्ड में अध्यक्ष नियुक्त न करना भी सबसे बड़ी भूल है। यह सरकार की मानसिकता को उजागर करता है!

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